१८७० मे बेगुसराय मध्य बिहार मे अपनी पहचान बनाई और मुंगेर जिला मे सब डिविजन के रूप मे मान्यता मिली । १९७२ मे इसे एक अलग जिला का रूप मिला । इसका नाम एक बेगु नाम के आदमी के नाम पर रखा गया जो मेन बाज़ार मे सराए का रखवाला था।
इसके पूरब मे मुंगेर और खगरिया जिला है पश्चिम मे समस्तीपुर और पटना जिला ,उत्तर मे समस्तीपुर और साउथ मे गंगा नदी और लखीसराय जिला है
प्रसासनिक डिविजन :
सब डिविजन : ५
ब्लाक : १८
पंचायत २५७
ग्राम : १२२९
बेगुसराय की जनसख्या :- २००१ के गणना के अनुसार :-२३,४२,९८९
एरिया :- १,८७,९६७.५ हेक्टेएर
गंगा नदी के किनारे बसा यह शहर पाच नदियों से घिरा है : बुरी गंडक ,बालन, बैयेती, बया और चंद्रभंगा
कावर झील एसिया का सबसे बरा सुध जल का झील है और यह बर्ड संचुरी भी है । इस बर्ड संचुरी मे ५९ तरह के वीदेसी बर्ड और १०७ तरह के देसी बर्ड ठंडे के मौसम मे देखे जा सकते है ।
८८% लोग खेती करते है यहाँ मुख रूप से तिलहन, तम्बाकू, आलू, टमाटर,अंडी ,लाल मिर्च की होती है। पारंपरिक तरीके से pasupaalan भी किए जाते है । दूध उत्पादन यह पर्चुर मात्र मे होता है इसमे बरौनी दियरी का काफी योगदान रहा है ।
बेगुसराय देश मे इंडस्ट्री को लेकर पर्सिध है यह बिहार का एक मात्र ऑउधोगिक शहर है। यह ३ बरे उओधोग्य है १) रीफिनेरी २) फेर्तिलिज़र ३)थर्मल ये तीनो बरौनी मे है । इसके आलावाए १०० से आधिक प्राइवेट छोटे इंडस्ट्री है ।
बेगुसराय को देश का उत्तर पूरब का द्वार कहा जाता है । डेली और गूउहाती सरक एही से हो कर गुजरती है ।
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